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नक्सलवाद के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को मारा जा रहा

नक्सलवाद के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को मारा जा रहा

(Doinfo News) मैनपुर। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) रेड स्टार छत्तीसगढ़ राज्य कमेटी ने ग्राम जिडार में शहीद दिवस मनाया। नक्सलबाड़ी के किसान आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। कॉमरेड भीमसेन मरकाम ने अध्यक्षता किया संचालन युवराज नेताम ने किया। कार्यक्रम में परमेश्वर मरकाम, पदमलाल एवं गौकरण नागेश ने अपने विचार रखे। मुख्य वक्ता कॉमरेड सौरा ने नक्सलबाड़ी के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि आज छत्तीसगढ़ में तथाकथित माओवाद वा नक्सलवाद के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को मारा जा रहा है। बस्तर में अघोषित युद्ध चल रहा है। एक लाख के करीब मिल्ट्री, पैरा मिल्ट्री एवं पुलिस बल है। फर्जी मुठभेड़ जारी है। निर्दोष आदिवासी हर रोज मारे जा रहे हैं । 



अग्रवाल कमेटी के न्यायिक जांच ने एडसमेटा, सरखेगुड़ा एवं अन्य मुठभेड़ को फर्जी घोषित किया जा चुका है। हल ही में पीडिया के ग्रामवासी जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गये थे, जिन्हें नक्सली कह कर गोली मार दिया। कॉमरेड सौरा ने आगे कहा कि भारत में 1920 में शुरू हुए कम्युनिस्ट आंदोलन के लिए 25 मई 1967 को हुआ नक्सलबाड़ी विद्रोह एक ऐतिहासिक मोड़ था।

कम्युनिस्ट आंदोलन में मौजूद अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय दोनों सवालों के संबंध में 1964 के विभाजन के बाद भी सीपीआई (एम) के नेतृत्व द्वारा जारी 'संशोधनवादी लाइन' के खिलाफ कॉमरेड चारू मजूमदार और अन्य नेताओं के नेतृत्व में कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों के वैचारिक संघर्ष के परिणामस्वरूप नक्सलबाड़ी संघर्ष की शुरूआत हुई थी।