कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारण्टी कानून के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं :- तेजराम विद्रोही
रायपुर । केंद्र सरकार द्वारालाये गए कॉरपोरेट परस्त व किसान कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी कानून को रद्द करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राज्य सचिव एवं छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संचालक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही तथा गजेंद्र कोसले के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से 100 किसानों का जत्था 7 जनवरी को नया बस स्टैंड भाठागांव रायपुर से रवाना हुआ । जत्थे में अखिल भारतीय क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन के टिकेश कुमार, प्रमोद कुमार भी सम्मिलित हैं।
जत्था को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संचालक मंडल सदस्यगण रूपन चन्द्राकर,, डॉ संकेत ठाकुर, सौरा यादव, वीरेन्द्र पाण्डेय, गौतम बंद्योपाध्याय, अमरीक सिंह, ज्ञानी सिंह, सुखदेव सिंह सिद्धू पारसनाथ साहू, जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, गोविंद चन्द्राकर ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा लाये गए कॉरपोरेट परस्त व किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के समर्थन में यह जत्था रवाना हुआ है।
वही जत्थे का अगुवाई कर रहे तेजराम विद्रोही ने कहा कि केन्द्र सरकार अब तक किसानों के आंदोलन को हरियाणा, पंजाब के किसानों का आंदोलन कहकर सीमित करने की कोशिश किया था और जब आंदोलन आगे बढ़ता गया तो खालिस्तान, पाकिस्तानी, विदेशी फंडिंग से संचालित व न जाने क्या क्या शब्दों से किसान आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास किया लेकिन किसान तीनो कृषि कानूनों को रद्द करने व न्यूनतम समर्थन मूल्य गारण्टी कानून लागू करने शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। हमारा दिल्ली जाने का मतलब इस आंदोलन को मजबूती प्रदान करना है।
उन्होंने आगे कहा कि 4 जनवरी 2021 को केंद्र सरकार के साथ किसानों की बैठक बेनतीजा रही है। सरकार द्वारा 8 जनवरी को पुनः बैठक आमंत्रित की गई लेकिन गेंद अभी केन्द्र सरकार के पाले में है तीनों कानून वापस नहीं लिये जाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारण्टी कानून नहीं बनाये जाने पर अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति (AIKSCC) व संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के साथ एकजुटता कायम करने छत्तीसगढ़ से 100 किसानों का प्रथम जत्था 7 जनवरी को राजधानी रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। इस जत्थे में प्रदेश के डोंडी लोहारा, बालोद, आरंग रायपुर, गरियाबंद, महासमुंद, बलौदाबाजार, रायगढ़, कांकेर, बेमेतरा, राजनांदगांव जिलों के किसान शामिल हैं। आगामी दिनों में अन्य जिलों से भी किसानों का जत्था इसी तरह रवाना होगा ।