महामारी और प्रजातंत्र। कन्हैया कुमार ने अपने ट्विटर पेज पर ट्विट करते हुए कहा:-कोरोना ने समाज के एक बड़े तबके को बुरी तरह से प्रभावित किया है। खासकर गरीबों-मजदूरों के लिए यह जीने-मरने का सवाल बन चुका है। अपने घर लौटने की जद्दोजहद में लगातार मजदूरों की जान जा रही है, सत्ता व समाज को इसे गंभीरता से लेना चाहिए वरना मानवता की हमारी सारी दलीलें खोखली साबित होगी।
प्रवासी मजदूरों को शहर में भी बाहरी कहा जाता है और गाँव से पलायन कर जाने के कारण वो वहाँ के लिए भी परदेसी बन जाते हैं। अपने देश में ही प्रवासी बन गए इन मजदूरों का दर्द ये है कि लॉकडाउन ने शहर को इनके लिए रहने लायक नहीं छोड़ा और महामारी की आशंका इनको गाँव में घुसने नहीं दे रही।
tags,
kanhaiya kumar speech today, coronavirus