cherchera |
वैसे कोई व्यक्ति अपने बच्चे या परिवार के किसी सदस्य को किसी के घर मांगते हुए नहीं देखना चाहते, परंतु छेरछेरा त्योहार (cherchera festival) एक ऐसा त्योहार है जिस दिन लोग बेहिचक मांगने जाते हैं।
छत्तीसगढ़ में अनेकों ऐसे पर्व है जो लोगों को एक अच्छी सिख दे जाती है,इसी वजह है कि छत्तीसगढ़ के लोग आपस में प्रेम और सादगी से जीवन यापन करते हैं।
छत्तीसगढ़ में पूरे वर्ष भर त्योहार ही त्योहार है मानो धागे में पिरोया हुआ एक माला हो, छेरछेरा पर्व (cherchera festival) खरीब की फसल काटकर किसान घर में धान भरने के पश्चात मनाते हैं, लोग अपनी धन का दान करने में अपना हित मानते हैं यहि वजह है कि लोग इस दिन दान करने में अपने आप को सौभाग्यशाली मानते हैं।
छेरछेरा त्योहार कब मनाया जाता है?cherchera festival 2022 date kab hai
छेरछेरा पर्व हर वर्ष पौष माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस समय किसान अपनी धन का दान करते हैं, इस वर्ष 17 जनवरी 2022 दिन सोमवार पौष पूर्णिमा को छेरछेरा पर्व (cherchera tyohar) मनाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में छेरछेरा त्योहार मानाने के कारण
छेरछेरा त्योहार (cherchera tyohar) के सम्बंध में जनश्रुति है कि एक समय धरती पर घोर अकाल हुई। अन्न, फल, फूल व औषधि उपज नहीं रही थी। इससे मनुष्य के साथ जीव-जंतु अन्य प्राणी भी तरस गए। चारों ओर त्राहि-त्राहि मची हुई थी। ऋषि-मुनि व आमजन भूख से थर्रा गए। तभी आदि देवी शक्ति शाकंभरी की पुकार की गई। शाकंभरी देवी प्रकट होकर अन्न, फल, फूल व औषधि का भंडार दे गई। इससे ऋषि-मुनि समेत आमजनों की भूख व दर्द दूर हो गया। इसी याद में छेरछेरा मनाए जाने की बात कही जाती है।
Tags
cherchera festival 2022,cherchera festival 2022 date kab hai,cherchera festival in chhattisgarh,cher chera festival upsc,cg festival cherchera 2022,cherchera video,cherchera tyohar,cherchera 2022 date