वन विभाग वन परिक्षेत्र मैनपुर kulhadighat wan bhaisa
गरियाबंद जिले के मैनपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत कुल्हाड़ी घाट के आश्रित ग्राम कटवा, भाटा डिग्गी के आसपास यह घटना 21 अगस्त दिन बुधवार को हुई, बताया जा रहा है कि युवक का नाम बालचंद ग्राम जिड़ार का वासी है, जो कि वन विभाग में चौकीदारी का काम कर रहा था, तभी वन भैंसा (jangli prani) ने उन पर अचानक हमला कर दिया।
आप लाइव तस्वीर पर देख पा रहे हैं, यह वन विभाग की बड़ी लापरवाही है, क्योंकि ग्रामीणों ने बताया कि यह वन भैंसा (jangli bhainsa) पिछले 3 वर्षों से गांव के आसपास रह रहा है, लेकिन पहले कभी ऐसे किसी भी व्यक्ति पर हमला नहीं किया था।
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ग्रामीणों ने यह भी बताया कि यह वन भैंसा (jangli bhainsa) गांव की पालतू भैंस के साथ पिछले 3 वर्षों से रहता है, ग्राम पंचायत कुल्हाड़ी घाट (kulhadighat wan bhaisa) एरिया की जंगल उदंती वन पशु अभ्यारण के अंतर्गत आता है जो कि वन भैंसा van bhaisa (jangli bhainsa) के नाम से प्रसिद्ध है, वन विभाग इस चीज को जानते हुए भी नजर अंदाज कर रही थी इसी वजह से यह घटना हुई है। यदि समय रहते वन भैंसा को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया होता तो आज यह घटना नहीं होती। ग्रामीण एरिया में किसी वन भैंसा van bhaisa या अन्य शिकारी पशु का गुजर-बसर करना ग्रामीणों के लिए कितनी खतरनाक बात है जो कि वन विभाग इस चीज को बखूबी जानती है फिर भी इस वन भैंसा van bhaisa (jangli prani) को खुला छोड़ दिया गया था, ग्रामपंचायत कुल्हाड़ी घाट के कई गांव में दहशत फैली हुई है कि कहीं यह वन भैंसा (jangli prani) और किसी व्यक्ति पर हमला न कर दे, इन तस्वीरों को देखकर किसी भी व्यक्ति का दिल सहम सकता है।
वन भैंसा (jangli prani) ने युवक को किया घायल,वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट वन विभाग मैनपुर की बड़ी लापरवाही
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ग्रामीणों ने यह भी बताया कि यह वन भैंसा (jangli bhainsa) गांव की पालतू भैंस के साथ पिछले 3 वर्षों से रहता है, ग्राम पंचायत कुल्हाड़ी घाट (kulhadighat wan bhaisa) एरिया की जंगल उदंती वन पशु अभ्यारण के अंतर्गत आता है जो कि वन भैंसा van bhaisa (jangli bhainsa) के नाम से प्रसिद्ध है, वन विभाग इस चीज को जानते हुए भी नजर अंदाज कर रही थी इसी वजह से यह घटना हुई है। यदि समय रहते वन भैंसा को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया होता तो आज यह घटना नहीं होती। ग्रामीण एरिया में किसी वन भैंसा van bhaisa या अन्य शिकारी पशु का गुजर-बसर करना ग्रामीणों के लिए कितनी खतरनाक बात है जो कि वन विभाग इस चीज को बखूबी जानती है फिर भी इस वन भैंसा van bhaisa (jangli prani) को खुला छोड़ दिया गया था, ग्रामपंचायत कुल्हाड़ी घाट के कई गांव में दहशत फैली हुई है कि कहीं यह वन भैंसा (jangli prani) और किसी व्यक्ति पर हमला न कर दे, इन तस्वीरों को देखकर किसी भी व्यक्ति का दिल सहम सकता है।